जिंदगी कहने को तो बड़ी है लेकिन लोग इसे जीते छोटे तरीके से है बड़ी बातो को छोटा मानते है इसी लिए वो छोटे रह जाते है आप तो मानते है ना दोस्तों की ये जिंदगी कितनी बड़ी है कुछ लोग इसे यूँ ही गँवा देते है कुछ लोग अपने सपनों को पूरा करने के लिए पूरी जिंदगी निकाल देते है कितना हँसी हहै वो पल जब आप खुश होते है उस पल को गहराई से देखो तो इतनी छोटी सी जिदंगी मलेते है ।
अपने सभी सपनों को पूरा करने का जज्बा आपमे होता है मैं तो यही कहूंगी की खूब सारे अच्छे - अच्छे सपने देखो और उनको पूरा करने का जज्बा अपने अंदर रखो ताकि आप उन सपनों को जल्दी ही पूरा कर पाओ । सपनों में इंसान बहुत कुछ देखता है कुछ सपने वो होते है जो आप खुली आँख से देखते है और कुछ सपने वो होते है जो आप
नींद में देखते है । आप दोनों तरह के सपनें
देखते है क्या आपने कभी सोचा नहीं कि आपकी जिदंगी का लक्ष्य क्या है ? क्या आप इस धरती पर एक साधारण सी जिदंगी जीने के लिए पैदा हुए है ? या आपको किसी खाश मकसद के लिए इस धरती पर भेजा है ऊपर वाले ने । ये बात आपको खुद को समझनी होगी अगर आपका मन कुछ बड़ा करने का है तो नहीं
तो आप जैसेआये है वैसे बिना कुछ किये वापस भी चले जायेंगे । शायद देर ना हुई होती लेकिन अभी भी देर नहीं हुई है
।
दोस्तो अगर आप चाहते है कि अपनी जिदंगी में आप कुछ अच्छा करके जाये जाने के बाद लोग आपको याद करें तो कर दिखाईये कुछ ऐसा की दुनिया कहे मैं भी करूँ तेरे जैसा । आप लोगों को पता नहीं
शायद की मेरी जिंदगी
की सबसे बड़ी सिख मुझे मेरे सर ने दी है सच में
सर बहुत अच्छे है वो
मेरे लिए मेरे गुरु के समान है मेरी जिदंगी की असली शिक्षा उन्होंने मुझे दी है सही मायने में कहे तो जिदंगी जीना मुझे मेरे सर ने सिखाया है ।
जिस काम को मैने आज से छः साल पहले शुरू करके बंद कर दिया था आज उस काम को फिर से शुरू करने का श्रेय मेरे गुरु को ही जाता है । अगर आज वो नहीं होते तो शायद मैं अपने सपने की ऒर कभी आगे नहीं बढ़ पाती उस हॉस्पिटल में आज भी सात हजार की नौकरी कर रही होती नौकरी करना मानो मजबूरी है और इससे ज्यादा कुछ नहीं जो अपने घर वालो के लिए कर रहीं हूँ
।
लेखक बनना मेरा मेरे
बचपन का सपना है इसे मैं अपने लिए पूरा कर रही हूँ यही सपना मुझे मेरी जिंदगी का मेरी मंजिल तक पहुँचाता
है । दूर जब मैं यहाँ से खड़ी खुद को देखती हूँ तो मुझे वो मेरा हर सपना पूरा होता हुआ नजर आता हैं जो मैं आज देखती हूं जिनको मैं अपने आने वाले कल में पूरा करना चाहती हूं मैंने मेरी जिंदगी का लक्ष्य बहुत बड़ा मान रखा है मैं यूँ ही अपनी जिदंगी को जाने नही दूँगी अभी तो मेरी जिंदगी शुरू भी नहीं हुई है मैं अपना एक - एक क्षण बहुत कीमती मानती हूँ
।
अपने किसी भी क्षण को मैं गँवाना नहीं चाहती लेकिन मेरा मन थोड़ा सा पागल हैं एक जगह टिक के नहीं रहता घूमता रहता है इसी लिए तो मैं मेरे सारे काम समय पर नहीं कर पाती हूँ लेकिन अब तो सारे काम समय पर करने है मुझे । फिर अपने सारे सपने भी तो पूरे करने है मुझे ।
मुझे सपने बहुत पसंद है सपने मैं बचपन से ही देखती आयी हूँ यहाँ तक कि मैं उन सपनों को भूली भी नहीं अभी तक । मैं शुरू से सपनों में खोई रहने वाली लड़की हूँ
और सपने सहारा है मेरी जिंदगी को और बेहतर तरीके से जीने का मेरे लिए
। मैं हर दम सपनों मैं खोई रहने वाली पागल सी लड़की, एक दिन भी मुझे सुबह उठने पर पता चले की आज मुझे सपना नहीं आया तो मुझे कुछ भी अच्छा नहीं
लगता है ।
सपनें देखना जितना ज्यादा जरूरी है मेरे लिए उतना ज्यादा जरूरी उनको याद रखना, आज भी मुझे कोई सपना आता हैं तो बेशक मैं उस सपने को याद रखती हूं
मेरे लिए जितना जरूरी सांस लेना है उतना ही जरूरी मेरे सपने है मुझे मेरे हर सपने को पूरा करना हैं हर सपने का मतलब कई सपनें तो वो होते हैं आपके जिनको पूरा करने की आप पूरी कौशिश करते है लेकिन आपके वो सपने पूरे नहीं हो पाते हैं। शायद उन सपनों का पूरा होना लिखा ही नही था भगवान ने, ऐसी कई चीजें होती हैं आपकी और मेरी जिन्दगी में जिनका अधुरा होना ही
हमारे लिए अच्छा होता है
कुछ बातें ऐसी
होती है हमारी जिंदगी में जो ना तो पूरी होती हैं ना ही भगवान उन बातों का जवाब देते है पूरी जिंदगी उन बातों को सोचते - सोचते ही निकल जाती हैं । सपनें नाम से ही कितना प्यारा लगता है वो जो आप अपनी जिंदगी के कुछ मुकाम हाँसिल
करना चाहते है सपनें
आपके लिए कह सके तो बंद किताब की तरह होते है जब तक हम
उस किताब को खोल के पढ़ नही लेते तब तक उसके बारे मे हमें
कुछ पता नहीं होता ।
ठीक इसी तरह सपने होते है
जब तक सपना वर्तमान बीत कर भूतकाल में ना चला जाये और भविष्य काल वर्तमान काल में ना बादल जाए तब तक हमें सपनों का कोई अंदाजा नहीं
होता की वो सच होंगे या नहीं बस एक उम्मीद होती है मन में कि हाँ एक दिन अपने सपनें
जरूर पूरे होंगे और जब सपनें पूरे हो जाते हैं तो आपकी उम्मीद भी पूरी हो जाती है लेकिन जब
सपने टूट जाते हैं तो आपकी सारी उम्मीदें
टूट जाती है आप टूट कर बिखर जाते है ऐसा क्यों होता है कि आपके सपने टूट जाते है ? यँहा सपने एक तो वो जो आप खुद से उम्मीद रख के देखो और दूसरे वो जो दूसरे से उम्मीद रख के देखो ।
आप खुद से उम्मीद करते है तो अपने हर सपने को पूरा करते है अपनी उम्मीदों पर खरा उतरते हैं लेकिन दूसरों से की गई उम्मीद आपको दुख , दर्द और तकलीफ ही देगी यँहा आपको अपने बच्चों से भी कोई उम्मीद नहीं रखनी चाहिए ।
वो भी बुढ़ापे में आपका साथ दे या नहीं इसलिए अपने लिए पहले से इन सब का इंतजाम करके रखे ताकि उस उम्र में
जब आपका सहारा कोई नहीं हो तो आप खुद ही खुद का सहारा बने।
दोस्तों यही जिन्दगी का असली सच है ये सच सुनने में आपको कड़वा लगेगा लेकिन सच तो हमेशा कड़वा होता है । इसी लिए मेरा मानना तो यही है कि कभी किसी से कोई उम्मीद मत करो अगर उम्मीद करनी है तो खुद से करो क्योंकि खुद से करी हुयी उम्मीद व्यर्थ नहीं जाती और उस उम्मीद पर डट कर काम करो और फिर देखते हैं आपकी खुद से करी हुयी उम्मीद कैसे पूरी नहीं होती ?
मैंने दूसरों से उम्मीद करी मुझे दुःख और तकलीफ के सिवा कुछ नहीं मिला ।
लेकिन मैं जो खुद से उम्मीद करती हूँ उसे पूरा भी करती हूँ इसलिए खुद से करी हुयी उम्मीद मुझे कभी तकलीफ नहीं देती है जहाँ तक आपकी सोच जाती है उतनी गहराई में पहुँच जाइये और उस बात को समझइये जो आपसे मैं कर रही हूँ तब आपको मेरी हर बात समझ में आएगी अब मुझे नहीं पता की मेरा ये लेखक बनने का सपना पूरा होगा या नहीं लेकिन मैं अपनी लेखन शैली को व्यर्थ नहीं जाने दूंगी जब मेरी उम्र हो जायेगी तो अपनी हर डायरी को खोल कर पढूंगी और अपनी उस उम्र से इस उम्र में पहुँच जाउंगी
कौन कहता है की मैं लेखिका नहीं बन सकती ?
जहाँ मैं
इतना सब कुछ लिख रही हूँ तो अपनी नजर में किसी लेखिका से कम भी नहीं हूँ । बस फर्क तो इतना ही रहेगा न की लोग मेरी किताबे नहीं पढ़ पाएंगे
लेकिन उसके लिए मुझे किसी और की भी कोई जरूरत नहीं है सबकी अपनी - अपनी सोच होती है तो मेरी सोच में तो मैं ये सब लिखके अपना एक सपना तो पूरा कर रही हूँ ।
दूसरे सपनें में अभी समय लगेगा और दो साल बाद मुझे पता लग जाएगा की वो सपना मेरा पूरा होगा या नहीं लेकिन मैं खुद की कोई उम्मीद टूटने भी नहीं दूंगी
अपनी हर उम्मीद पर खरा उतरूँगी अपने हर सपने को पूरा करुँगी
कहीं जब मौत दरवाजे पर हो ओर मैं उस आखरी व्यक्त में
मैं यही सोचती रहूँ
की काश मैंने अपने सपनों को पूरा कर लिया होता लेकिन मैं
ऐसा कुछ नहीं सोचने वाली मैं
तो अपने दम पर अपने हर सपने को पूरा करुँगी
और सबको पहचान होगी मेरी ।
लोग मुझे मेरे नाम से जानेगे
।
जानते तो अभी भी है लेकिन अभी मेरे पापा का नाम चल रहा है उस व्यक्त लोग मुझे मेरे नाम से जानेंगे
मेरे नाम से पहचानेगे हाँ पता है मुझे इस दुनिया में
अपनी पहचान बनाना इतना आसान नहीं, बहुत कुछ करना पड़ता है खुद को इस दुनिया मे साबित करने के लिए तब जाके लोग यूं मानते है कि हाँ
आपमे भी दम है ताकत है वो शक्ति
है जिससे आप पूरी दुनिया को जीत सकते है ।
ये तो कह सकते है कि अभी मेरी शुरुआत है और
जब मैंने शुरुआत कर ही दी है अपने सपनों को पूरा करने की, तो अपने सपनों को पूरा करके ही साँस लेना है मुझे , चैन से तभी बैठूंगी
और यही तो सबकी जिंदगी होनी चाहिए, लेकिन सब मेरी तरह कहाँ सोचते है ?
कुछ लोग सोचते है तो उन्हे डर लगता है और वो अपने कदम पीछे कर लेते है डर तो मुझे भी लगा, इरादा मैंने
भी अपना बदल दिया था।
लेकिन ये सब भी अपने सर के कारण लिख पा रही हूँ आज, उन्होंने मेरी सोच बदल दी इतना समझाते है वो हमें, बहुत अच्छा लगता है मुझे तो यकीन नहीं होता इस दुनिया में अभी भी ऐसे लोग है हमारे
सर जैसे, जो
की आज भी दूसरो की जिन्दगी को सँवारने में लगे हुए है सर जब बोलते है तो मैं
उनके मुहँ
की तरफ देखती रहती हूँ और सोचती रहती हूँ की सर लाते कहाँ से हैं इतनी अच्छी – अच्छी बातें
।
सपने कितने सुंदर होते है , हम कल्पना भी नहीं कर सकते है उतने सुंदर होते है । मेरी जिदंगी में सपनों का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है । शायद मैं आई ही अपने सपनों को पूरा करने के लिए हूँ
इस दुनिया में । आप इनके करीब जाओगे तब आपको पता चलेगा शायद की सपने कितने सुंदर होते है मैंने मेरी जिदंगी मेँ बहुत सपने देखें
है , नींदों मेँ भी और
खुली आँखों से भी ओर खास बात तो ये है की मैं
अपने किसी भी सपने को भूली नहीं हूँ । शायद इस लिए क्योंकि मेरे सपने मेरे शरीर का एक अभिन्न अंग है सच बताऊ तो सपने मुझे बहुत पसंद है मेरी आदत है मेरी जरूरत है मेरा सब कुछ है मुझे बहुत अच्छा लगता है जब मैं अपने सपनों के बारे स
कभी कोई काम करना होता है उसके बारे मे सोच लेती हुँ लेकिन पूरा नहीं कर पाती हुँ पता नहीं क्यों मेरा अपना लिया हुआ हर निर्णय क्यों छूट जाता
है। मैं बराबर काम नहीं कर पाती हुँ उस काम पर।
सपने इनका अर्थ निकाले तो बहुत कुछ हो सकता है नहीं अर्थ निकाले तो शायद जिंदगी का कोई मोल भी नहआप अगर चाहो तो अपने सपनों को एक मुकाम तक पहुचाँ सकते हो । मुझे अपनी जिदंगी को ठीक करने के लिए अपने सपनों मेँ खोना ही पड़ेगा अपने सपनों के लिए दिन रात एक करने ही पड़ेगे इसी से मैं अपनी जिंदगी को ठीक कर पाऊँगी
नहीं तो सोच
- सोच के पागल हो जाउंगी और
मैं नहीं चाहती की मैं अपना भविष्य खराब करूं
।
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